युवा कौन ?
इस भौतिकता में लिप्त है ?
या वह जो समाज में मात्र
एक आंकड़ा बन कर तृप्त है ?
क्या वह जो सौंदर्य का
विज्ञापन लिए साथ है ?
या वह जो सम्मान पाने
फैलाए खड़ा हाथ है ?
क्या वह जो आक्रोश की
सड़कों पर आग लगाए है ?
या वह जो हर सिंहासन को
जीहुजूरी का राग लगाए है ?
कि या फिर कोई और है वह ...
जो एक नई राह बनाता है ,
रोमांच इस असीम कायनात का
जिसकी आंखों में समाता है ।
निर्णय जिसका परिस्थिति नहीं
अंतःकरण बताता है ,
जो एक सच्चाई मात्र के लिए
अपना सर्वस्व लगाता है ।
जो इस स्वराज की ज्वाला लिए
स्वतंत्र एक कदम उठाता है ,
फिर चाहे जो भी उम्र रहे
उस रोज वह युवा हो जाता है ।
वास्तविकता है ये
ReplyDeleteYes indeed !
Deleteबहुत शानदार
ReplyDeleteThank you Sir !!!🙏
Deleteवास्तविकता में युवा कोई उम्र का पड़ाव नहीं , मानसिक अवस्था है, जो भी उस अवस्था मे रहता है वो युवा है , शानदार
ReplyDeleteExactly . Tysm Utkarsh !!!🙌
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